Posts

देखा तुमने......मुझे जीना आता है

छोटे बिल्डर्स ने जीता विश्वास

कब आएगी तमीज????

मुझे आज भी इंतजार है....

छिछले 'विश्वास' की 'कांग्रेस कुमार' को छिछली चुनौती

अखबार मुस्कुरा रहा था, लोकतंत्र घबड़ा रहा था

साजी, जांबाजी और अब अंदाजी ने छोड़ा साथ

बिल्‍ली शेर को खा गई, वो बदकिस्‍मती को भा गई

लेखकों को बदलनी होगी 'लेखनी'

असमय ही वह बन गया 'छोटू'

मुस्कुराने का बहाना तलाशो

अपनी पहचान की जंग

अपनी खासियत पहचानो दोस्‍त