What is the Difference Between ALS and BLS Transport?

 क्‍या आप जानते हैं क‍ि एएलएस और बीएलएस एम्‍बुलेंस में अंतर क्‍या है?


राह चलते यूं तो आप हर द‍िन कई बार जीवीके ईएमआरआई के एम्‍बुलेंस देखते हैं. मरीजों की जान बचाने के ल‍िये सड़कों पर रफ्तार लेती इन एम्‍बुलेंस को हर रोज हर हर पल सैकड़ों जान बचाने की जद्दोजहद करनी होती है. मगर इनमें दो तरह की एम्‍बुलेंस होती हैं. पहली, एएलएस और दूसरी बीएलएस. आज इस ब्‍लॉग के जर‍िये हम आपको यही बताने वाले हैं क‍ि एएलएस और बीएलएस एम्‍बुलेंस में अंतर क्‍या है? इनका क‍िन-क‍िन समय पर अलग-अलग तरीके से प्रयोग क‍िया जाता है. हर तरह की एम्‍बुलेंस में सायरन की आवाज़ आती है. सभी तरह के एम्‍बुलेंस मरीजों को अस्‍पताल में पहुंचाने का काम करती हैं. मगर इनमें दो तरह के एम्‍बुलेंस होते हैं. इनमें फर्क क्‍या है, यह आप इस ब्‍लॉग के जर‍िये जान सकते हैं.   

इनमें सि‍र्फ एक ही चीज है कॉमन

सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है क‍ि एएलएस का अर्थ होता है एडवांस्‍ड लाइफ सपोर्ट. वहीं बीएलएस का अर्थ होता है बेस‍िक लाइफ सपोर्ट. इन दोनों का अलग-अलग नजर‍िये से अहम महत्‍व है. इन दोनों मात्र एक समानता है. वह भी यह क‍ि इन दोनों तरह की एम्‍बुलेंस में मरीज को घटनास्‍थल से अस्‍पताल तक ले जाने के दौरान हर तरह की च‍िक‍ित्‍सीय सुव‍िधा मुहैया कराने के ल‍िये साज-ओ-सामान मौजूद रहते हैं. इसके अलावा इनमें कोई समानता नहीं होती.

ALS: Advanced Care for Critical Patients

जैसा क‍ि आप यह पहले ही जान चुके हैं क‍ि एएलएस का अर्थ होता है एडवांस्‍ड लाइफ सपोर्ट. इसका अर्थ होता है मरीज को हर तरह की आधुन‍िक सुव‍िधा मुहैया कराने में सक्षम मशीनों से युक्‍त एम्‍बुलेंस. यह क्र‍िट‍िकल कंडीशन में पहुंच चुके मरीजों के ल‍िये बनाया गया है. इसमें कार्ड‍ियक लाइफ सपोर्ट स‍िस्‍टम, कार्ड‍ियक मॉन‍िटर‍िंग स‍िस्‍टम और ग्‍यूकोज टेस्‍ट‍िंग ड‍िवाइस भी रखा जाता है. इसमें कुछ आवश्‍यक दवाइयां भी रहती हैं, ज‍िससे अस्‍पताल तक पहुंचने के दौरान मरीज के जीवन की रक्षा की जा सके. एएलएस एम्बुलेंस में रोगियों को उच्चस्तर की चिकित्सा निगरानी की आवश्यकता होती है. इसमें उन लोगों को शामिल किया जाता है, जिन्हें लगातार आईवी ड्रिप की आवश्यकता होती है. यह उन मरीजों के ल‍िये भी उपयोगी है जो क्रोनिक वेंटिलेटर पर होते हैं, जिन्हें हृदय की निगरानी की आवश्यकता होती है.

वहीं, एएलएस में तैनात ईएमटी को उनके अनुभव के आधार पर तैनाती दी जाती है. बीएलएस पर सवार ईएमटी के अनुभव से इनका अनुभव कहीं ज्‍यादा होता है. इनका प्रश‍िक्षण भी आपातकालीन पर‍िस्‍थित‍ियों में हर तरह से मरीज के जीवन की रक्षा करने के उद्देश्‍य क‍िया जाता है. कुशल प्रश‍िक्षण देने के बाद ही इन्‍हें एएलएस में तैनाती दी जाती है. अपने कुशल प्रशिक्षण के कारण ही एएलएस एम्बुलेंस कर्मियों को आईवीएस शुरू करने, दवाइयों का न‍िर्धारण करने और इंजेक्शन देने में मदद मिलती है. इस तरह वे मरीज को नजदीक के ट्रॉमा सेंटर तक ब‍िना क‍िसी जोख‍िम के पहुंचा पाते हैं.

BLS: Transport for Basic Patient Care

जैसा क‍ि आप यह पहले ही जान चुके हैं क‍ि एएलएस का अर्थ होता है बेस‍िक लाइफ सपोर्ट. यानी घटनास्‍थल से अस्‍पताल तक ले जाने के दौरान मरीज को दी जा सकने वाली आसान च‍िक‍ित्‍सीय सुव‍िधा से युक्‍त एम्‍बुलेंस. बता दें क‍ि बीएलएस संजीवनी में सभी तरह की जीवनरक्षक दवाइयां रखी जाती हैं. इमरजेंसी ट्रीटमेंट देकर अस्पताल तक लाया जाता है. इस एंबुलेंस में ड्राइवर जिसे पायलट का नाम दिया गया है. वह और दो ईएमटी होते हैं, जिन्हें इमरजेंसी मेंटेनेंस ट्रेनी कहा जाता है. जिस तरह का मरीज एंबुलेंस में दाखिल होता है, उस तरह का ट्रीटमेंट देने के लिए ईएमटी कॉल सेंटर में बैठे डॉक्टर को फोन लगाता है और मरीज की हालत की जानकारी देता है. डाक्टर के निर्देश पर इलाज भी शुरू हो जाता है. इसमें अत्‍याधुन‍िक च‍िक‍ित्‍सीय उपकरण नहीं होते हैं.

कॉलर जब मदद के ल‍िये 108 या 102 जब कॉल करते हैं तो मरीज की हालत और संबंध‍ित डॉक्‍टर का रेकमेंडेशन जानकर ही उक्‍त केस में एएलएस और बीएलएस एम्‍बुलेंस का चयन क‍िया जाता है. आपको जानकर हर्ष होगा क‍ि इन एम्‍बुलेंस के माध्‍यम से बड़ी संख्‍या में हर दिन मरीजों की जान की रक्षा की जाती है.

यही नहीं, इस समय जब आप यह ब्‍लॉग पढ़ रहे हैं तो यकीन मान‍िये आपके क्षेत्र में ही कहीं कोई एएलएस या बीएलएस एम्‍बुलेंस क‍िसी मरीज की जान बचाने के ल‍िये सड़कों पर तेज रफ्तार में भाग रही है. रंग-ब‍िरंगी रोशनी ब‍िखेरती हुई सायरन बजाये भागे जा रही है. 

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